चैतन्य भागवत वाक्य
उच्चारण: [ chaiteny bhaagavet ]
उदाहरण वाक्य
- चैतन्य भागवत में दो जगह सनातन को साकर मल्लिक कहा गया है-
- श्री चैतन्य भागवत चैतन्य महाप्रभु के उपदेशों पर लिखा एक ग्रन्थ है।
- पर चैतन्य भागवत की निम्न पंक्तियों को देखकर ऐसा नहीं कहा जा सकता-
- इसके अलावा श्री वृंदावन दास ठाकुर रचित चैतन्य भागवत [5] तथा लोचनदास ठाकुर का चैतन्य मंगल भी हैं।
- इसके अलावा श्री वृंदावन दास ठाकुर रचित चैतन्य भागवत तथा लोचनदास ठाकुर का चैतन्य मंगल भी हैं।
- इसके अलावा श्री वृंदावन दास ठाकुर रचित चैतन्य भागवत [5] तथा लोचनदास ठाकुर का चैतन्य मंगल भी हैं।
- चैतन्य शतक • शिक्षाष्टक • चैतन्य चरितामृत • चैतन्य भागवत • चैतन्य मंगल • अमिय निमाइ चरित • चैतन्य शतक
- इनमें श्री चैतन्य चरितामृत, श्री चैतन्य भागवत, श्री चैतन्य मंगल, अमिय निमाइ चरित और चैतन्य शतक,आदि विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।
- इनमें श्री चैतन्य चरितामृत, श्री चैतन्य भागवत, श्री चैतन्य मंगल, अमिय निमाइ चरित और चैतन्य शतक, आदि विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।
- सोलहवीं शताब्दी के बंगाली कवि वृन्दावनदास ने अपनी महान कृति ' चैतन्य भागवत ' में नवद्वीप का चित्रांकन शिक्षा के प्रसिद्ध केन्द्र के रूप में किया है।
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